सुरुचि का राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप में जोरदार प्रदर्शन
हरियाणा के युवा निशानेबाज सुरुचि ने शुक्रवार को 67वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप में देश के प्रसिद्ध निशानेबाजों को पीछे छोड़ दिया और 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में तीन स्वर्ण पदक जीते। सुरुचि ने कर्णी सिंह रेंज के सीनियर, जूनियर और युवा वर्गों में स्वर्ण जीता। मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में पदक जीता था, यह वही घटना है।
झज्झर ने क्वालिफाइंग दौर में 585 का स्कोर किया और फाइनल में पहुंचीं। राष्ट्रीय चैंपियनशिप के सीनियर वर्ग में, उन्होंने ओलंपियन रिदम सांगवान को 243.1 के स्कोर से हराया। तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र की कृष्नाली राजपूत रहीं। जूनियर विश्व चैंपियन संयम ने उन्हें जूनियर वर्ग के फाइनल में कड़ी टक्कर दी। यहां, उन्होंने 245.1 स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि संयम ने रजत पदक जीता।
यूथ के फाइनल में, उन्हें यूपी की संस्कृति बाना और हांगझोऊ एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता पलक से कड़ी टक्कर मिली। यहाँ संस्कृति को रजत और पलक को कांस्य मिला। पांच वर्ष पहले शूटिंग शुरू करने वाली सुरुचि ने कहा कि यह उनके जीवन का सबसे यादगार क्षण था। राष्ट्रीय चैंपियनशिप में उन्होंने पहली बार स्वर्ण जीता, लेकिन तीन स्वर्ण ने उन्हें और भी विशिष्ट बना दिया।
सुरुचि ने पांच साल पहले झज्जर के उसी रेंज पर अपने करियर की शुरुआत की जहां पेरिस ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीतने वाली मनु भाकर ने अपने शुरुआती दिनों में निशानेबाजी सीखी थी। इस स्पर्धा में कई अनुभवी निशानेबाज भाग ले रहे थे जिनमें ओलंपियन रिदम सांगवान, एशियाई खेलों की मौजूदा चैंपियन पलक, अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज दिव्या टीएस और जूनियर विश्व चैंपियन सान्याम शामिल थीं। सुरुचि ने फाइनल में शुरू से लेकर आखिर तक अपना दबदबा बनाए रखा।
अब, यह देखना दिलचस्प होगा कि सुरुचि आगामी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में किस तरह से अपनी सफलता की लकीर को आगे बढ़ाती हैं और भारतीय निशानेबाजी में एक नया इतिहास रचती हैं। उनके प्रदर्शन ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
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